तुम बताओ दिल को कैसे संभाले तुम्हें पाने का जो इरादा है तुमको भी मोहब्बत है मुझे महसूस होता है जब तुम दूर होती हो बहुत तकलीफ होता है दिल की गहराई में हम उतर जाएंगे तुम चाहोगी हम सुधर जाएंगे कबूल कर लो मेरी मोहब्बत तुम्हारे बगैर ना रह पाएंगे
Writer Manoj Kumar gorakhpur Hindi shayari हिंदी शायरी shayari sangrah शायरी संग्रह