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जनवरी, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

'मोहब्बत' हिंदी शायरी संग्रह

Mohabbat, Hindi shayari Sangrah मोहब्बत किया है साथ निभाएंगे कुछ पल की दूरियों में उदास मत होना मेरे धड़कनों में बसती हो कभी निराश मत होना जिंदगी में मोहब्बत से खुशियों की बहार आई है उसमें हर गुण मौजूद है घर में अच्छे संस्कार लेकर आई है तुम्हारी मुस्कान से ख्वाबों की महफिल हसीन हो गई है जिंदगी चटपटी बातों से नमकीन हो गई है तुम्हारी मोहब्बत में पूरा दिन गुजर जाएगा इसके सिवा दूजा काम करना गवारा नहींं होगा जब तक सच्चे आशिकों में नाम, हमारा नहीं होगा यह मुस्कान यूं ही सलामत रहे मेरे दिल में, तुम्हारे प्यार की इबादत रहे मेरी चाहतों को दिल से हटने मत देना ध्यान रखना हिफाजत रहे Hindi shayari

तुम्हारे संग वक्त गुजारना अच्छा लगता है-शायरी संग्रह

shayari sangrah तुम्हारे संग वक्त गुजारना अच्छा लगता है मेरी हर सांस में बसती हो तुम्हारे बगैर गुजारा नहीं होगा जिंदगी की कश्ती हो आजकल मन की चाहतों में प्यार का ख्वाब सजाता हूं जब मुलाकात होती है अपने दिल का हाल बताता हूं वह नासमझ बनने का दिखावा करती है सब कुछ समझकर इधर-उधर घुमाना मुझे सताना उसे अच्छा लगता है कातिल अदाओं से मासूम दिल का कत्ल करना और अपने आशिक के हालात पर मुस्कुराना हसीनों की आदत है मगर सादगी से इश्क करना संभालकर रखना प्यार जिंदगी की अमानत है Shayari collection शायरी संग्रह मनोज कुमार गोरखपुर शायरी मनोरंजन shayari manoj kumar gorakhpur शायरी मनोज कुमार गोरखपुर MAST SHAYARI शायरी संग्रह हिंदी विशाल शायरी संग्रह कविता SHAYARI INDIA hindi songs हिंदी मसाला-शायरी संग्रह हिंदी शायरी संग्रह hindi shayari हिंदी में शायरी की मस्ती shayari

वादों में खुशियों की महफिल सजाता रहा-Hindi shayari sangrah

वादों में खुशियों की महफिल सजाता रहा करीब आने का मौका कभी न दिया जिस पर विश्वास इतना ज्यादा किया यकीन नहीं होता धोखा दिया है मन की ख्वाहिशों का इजहार करने को बेचैन हो रहा हूं एक हसीना से बेतहाशा प्यार कर रहा हूं दुआ करो मेरे विचार पर सहमति मिले उसको अपना हमसफर चाहता हूंं शायरी संग्रह-Shayari sangrah शायरी संग्रह मनोज कुमार गोरखपुर शायरी मनोरंजन shayari manoj kumar gorakhpur शायरी मनोज कुमार गोरखपुर MAST SHAYARI शायरी संग्रह हिंदी विशाल शायरी संग्रह कविता SHAYARI INDIA hindi songs हिंदी मसाला-शायरी संग्रह हिंदी शायरी संग्रह hindi shayari हिंदी में शायरी की मस्ती shayar i

Hindi shayari Masti Manoranjan

हिंदी शायरी मस्ती मनोरंजन गुरूर  थोड़ा और बर्दाश्त कर लिया होता उसके आजमाने का वक्त पूरा कर लिया होता आज इधर उधर भटकना नहीं पड़ता जो इरादा महसूस कर लिया होता  जहां मोहब्बत की आग लगी थी अब खामोशी बिखरने लगी है क्योंकि सुना है मेरे सिवा वह किसी दूसरे से मिलने लगी है मेरी नम आंखें वादों को सोचती है आजकल शिद्दत सी चाहते अपनी खता ढूंढती है मैने सोचा नहीं था जोर ज्यादा करेंगे जो नहीं चाहती हूं वह इरादा करेंगे Hindi shayari collection शायरी संग्रह मनोज कुमार गोरखपुर शायरी मनोरंजन shayari manoj kumar gorakhpur शायरी मनोज कुमार गोरखपुर MAST SHAYARI शायरी संग्रह हिंदी विशाल शायरी संग्रह कविता SHAYARI INDIA hindi songs हिंदी मसाला-शायरी संग्रह हिंदी शायरी संग्रह hindi shayari हिंदी में शायरी की मस्ती shayari